(4) गरम कम्बल, टाट या ऐसा ही कुछ बिछाकर आसन करें।
खुली भूमि पर बिना कुछ बिछाये आसन कभी न करें, जिससे शरीर में निर्मित होनेवाला विद्युत प्रवाह नष्ट न हो जाये। –
(4) गरम कम्बल, टाट या ऐसा ही कुछ बिछाकर आसन करें।
खुली भूमि पर बिना कुछ बिछाये आसन कभी न करें, जिससे शरीर में निर्मित होनेवाला विद्युत प्रवाह नष्ट न हो जाये। –